दार्जिलिंग: गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता व कालिम्पोंग के विधायक डॉ. हर्क बहादुर क्षेत्री ने कहा कि कामतापुर पीपुल्स पार्टी का प्रस्तावित गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन को लेकर विरोध किया जाना उचित नहीं है। गोजमुमो ने तराई-डुवार्स को प्रस्तावित जीटीए में शामिल करने के लिए कोई रैली या जुलूस नहीं निकाला है। यह केंद्र व राज्य का फैसला है और इसके लिए बकायदा त्रिपक्षीय समझौता हुआ है। हालांकि केपीपी के विरोध करने से मोर्चा को कोई फर्क नहीं पड़ता है। शुक्रवार को बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि तराई-डुवार्स को जीटीए में शामिल कराने के लिए सरकार ने उच्चस्तरीय समिति बनाई है और इसके लिए अधिकारियों की बैठक भी हो चुकी है। केपीपी जिस डुवार्स पर दावा कर रहा है, उसे पता होना चाहिए कि वहां ज्यादातर इलाके गोरखा बाहुल्य क्षेत्र हैं और यह क्षेत्र सर्वे करने आने वाली उच्चस्तरीय दल का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में केपीपी के विरोध करने से कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है और वह केंद्र व राज्य सरकार से बढ़कर नहीं है। गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन में तराई-डुवार्स शामिल होकर रहेगा और इसे रोकना केपीपी के बस की बात नहीं है। उन्होंने बताया कि हाई पावर कमेटी छह माह के भीतर अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप देगी और इसके बाद अन्य औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी। मोर्चा ने तराई-डुवार्स के विकास के लिए एक खाका तैयार किया है और पहली किश्त में मिले पैसे से इन क्षेत्रों का समुचित विकास किया जाएगा। प्रस्तावित जीटीए में सीमांकन के तहत 199 मौजों को शामिल किया जाना है।साभार दैनिकजागरण