रांची, : झारखंड दिशोम पार्टी और आदिवासी सेंगेल अभियान के आ ान पर वाद्य यंत्रों और हथियारों के साथ जुटे कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को राजभवन का घेराव किया। प्रदर्शन में भाग लेने के लिए झारखंड के अलावा बिहार, बंगाल, उड़ीसा, असम समेत अन्य राज्यों के कार्यकर्ता भी जुटे थे। मोरहाबादी मैदान से कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली जो राजभवन पहुंचकर सभा में तब्दील हो गयी। झारखंड दिशोम पार्टी के अध्यक्ष सालखन मुर्मू, सुमित्रा मुर्मू समेत अन्य नेताओं ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। संवाददाता से बातचीत में सालखन मुर्मू ने सवाल उठाया कि झारखंड आखिरकार किसके लिए है? आदिवासियों को निचले स्तर पर भी नौकरियां नहीं मिल रही हैं। वे नक्सली गतिविधियों से जुड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में सरकार तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों को आदिवासियों के लिए आरक्षित करे। राज्य में डोमिसाइल लागू हो। 73 फीसदी आरक्षण की वकालत करते हुए सालखन ने जोर देकर कहा कि राज्य में संविधान, कानून और मानवाधिकार का उल्लंघन हो रहा है। असम का कार्यकर्ता की मौत : प्रदर्शन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए असम से रांची आ रहे एक कार्यकर्ता अमित टुडू की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई।