पिछले साल 65 से अधिक लोग तेंदुओं के हमलों में जख्मी

जलपाईगुड़ी, : डुवार्स क्षेत्र में प्रतिवर्ष तेंदुओं के हमलों में औसतन 70 से अधिक लोग घायल हो रहे हैं। वन्य प्राणी विभाग के सूत्रों के अनुसार वर्ष 2010 के दौरान 65 से अधिक लोग इन हमलों में जख्मी हुए हैं। खासतौर से चाय बागान व निकटवर्ती इलाकों में तेंदुओं के हमले हो रहे हैं। इससे वन विभाग के अलावा आम आदमी अपनी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है। सूत्र के अनुसार तेंदओं के हमले जाड़े के मौसम में बढ़ जाते हैं। वन्य प्राणी विभाग के अनुसार अधिकतर मामलों में मादा तेंदुआ चाय बागान इलाकों में प्रसव करती हैं। प्रसव करने के बाद उनकी चिंता अपने शावकों को लेकर होती है। उस दौरान जब कोई मनुष्य उनके आसपास मिल जाते हैं तो अपने शावकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वे उन पर झपट पड़ती हैं। उत्तर बंगाल के वन्य प्राणी विभाग के वनपाल विपिन कुमार सूद ने सोमवार को बताया कि तेंदुए के वनांचल से वनबस्तियों में घुस आना हमारे लिए भी चिंता का विषय है। फिलहाल उत्तर बंगाल के वनांचलों में तेंदुओं की संख्या का सही आकलन नहीं हो सका है। चूंकि इसकी मानिटरिंग सही तरीके से नहीं हो रही है। जनजागरूकता के लिए प्रयास हो रहा है। वनपाल श्री सूद का मानना है कि रिहायशी इलाकों में तेंदुओं को बिना परिश्रम के मवेशी व अन्य पालतू पशु वगैरह मिल जाते हैं। इससे गांववाले इनकी चपेट में आ जाते हैं। इसी वजह से वनांचलों में वन्य प्राणियों का स्थानीय लोगों के साथ संघर्ष की घटनाएं बढ़ रही है।