चाय श्रमिकों की दिहाड़ी में 23 रुपये इजाफा

 

दार्जिलिंग, :चय बगानों के मालिक पक्ष के संगठन दार्जिलिंग टी एसोसिएशन और चाय श्रमिकों के संगठन के बीच हुए सहमति के बाद दार्जिलिंग टी एसोसिएशन 62 चाय बगानों के चाय श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 67 रुपए से बढ़ाकर 90 रुपए कर दिया है। इस निर्णय की जानकारी मिलते ही चाय श्रमिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनका कहना है कि इस निर्णय से श्रमिकों के परिवार की स्थिति सुधरने में काफी मदद मिलेगी। यह जानकारी गुरुवार को गोजमुमो के श्रमिक संगठन दार्जिलिंग, तराईडुवार्स प्लांटेशन लेबर यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष पीटी शेर्पा ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग हिल्स में करीब 80 चाय बगान हैं और इनमें से 62 चाय बगान डीटीए के अंतर्गत आते हैं। यूनियन ने चाय श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने के लिए बीते चार मार्च को चाय बाहर ले जाने पर रोक लगाई थी। इसको लेकर यूनियन और मालिक पक्ष के बीच कई दिनों से संयुक्त वार्ता चल रही थी। पिछले 27 मार्च से यह क्रम बना हुआ था। इस बीच बुधवार को निर्णायक बातचीत हुई और दैनिक मजदूरी 67 से बढ़ाकर 90 रुपए करने पर सहमति बन पाई। उन्होंने बताया कि 62 चाय बगानों से प्रतिबंध हटा लिया गया है लेकिन आइटीआइ के तहत आने वाले चाय बगानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक आइटीआइ के पक्ष के अधिकारी वार्ता के लिए नहीं आते हैं, तब तक यह प्रतिबंध लागू रहेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके यूनियन ने चाय बगान श्रमिकों के हित के लिए लंबी लड़ाई लड़ी लेकिन अन्य संगठनों ने आंदोलन में अपनी भूमिका मालिकान के पक्ष में ही निभाई। गोजमुमो के प्रतिबंध से मालिकों चाय श्रमिक के हितों की परवाह की और दैनिक मजदूरी में इजाफा किया। यह मजदूरी तीन वर्षो से तक रहेगी।साभारदैनिकजागरण

बंद पड़े तीन चाय बागान खुले

मालबाजार, : बहुत दिनों बाद आग्नेसिा लाकड़ा, करूण मिंज, तुर्की मिंज, भगवान दास, राजू बांसफोड़ जैसे चाय श्रमिकों के चेहरों पर खुशी की चमक देखने को मिली। अब इन बागानों के श्रमिक बेरोजगार नहीं रहे। बानरहाट इलाके के रेड बैंक एवं सुरेंद्रनगर चाय बागान और नागराकाटा प्रखंड अंतर्गत धरनीपुर चाय बागान गुरुवार से खुल गए। बुधवार को जलपाईगुड़ी के सहायक श्रमायुक्त कार्यालय में आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता में इन बागानों को खोलने पर सहमति हुई। बागानों के नए मालिक रोशन लाल अग्रवाल एवं उनके सहयोगियों का श्रमिकों ने पारंपरिक आदिवासी नृत्य के जरिए स्वागत किया। इस मौके पर रोशन लाल अग्रवाल ने कहा कि चाय बागान को श्रमिकमालिक एकता की बुनियाद पर चलाया जाएगा। चाय बागान के कारखानों की मरम्मत की जाएगी। दो माह के भीतर इन्हें चालू किया जाएगा। शुक्रवार को मालिक पक्ष की ओर से श्रमिकों को एक एक हजार रुपए के हिसाब से दिया जाएगा। किसी भी मजदूरी की छंटनी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि रायमाटांग, कालचीनी चाय बागान भी एक ही साथ बंद हुए थे। लेकिन उन्होंने इन दोनों बागानों का संचालन अपने हाथ में लिया। अब ये दोनों बागान बढि़या से चल रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि मालिक पक्ष की ओर से अर्थ और श्रमिकों की तरफ से श्रम के समन्वय से ये तीनों बागान भी अच्छी तरह चलेंगे। इससे दोनों पक्षों का लाभ होगा। रेड बैंक चाय बागान के बड़ा बाबू देवव्रत पाल ने कहा कि इस बागान के स्थाई श्रमिकों की संख्या 876 है। 373 हेक्टेयर जमीन में चाय बागान है। धरनीपुर चाय बागान 280 हेक्टेयर जमीन में फैला है। यहां स्थाई श्रमिकों की संख्या 352 है। सुरेंद्रनगर चाय बागान के स्थाई श्रमिकों की संख्या 308 है। 172 हेक्टेयर जमीन में यह बागान है। इनके अलावा तीनों बागानों में ठेका श्रमिक भी हैं। विदित हो कि जब ये तीनों बागान बंद थे तो इनके श्रमिकों को मनरेगा प्रकल्प के तहत रोजगार दिए गए थे। रेड बैंक बागान के श्रमिक नेता हरिलाल उरांव ने कहा कि बागान के खुलने से हम सभी खुश हैं। देवव्रत पाल ने बताया कि नौ सितंबर 2003 को तीनों बागान बंद हो गए थे। मालिक पक्ष के प्रतिनिधि एनके बसु ने कहा कि तीनों बागान के मालिक रबिन पाल ने इनके संचालन का दायित्व पावर आफ एटॉर्नी के जरिए रोशन लाल अग्रवाल को दिया है।साभारदैनिकजागरण

आविप ने उतारे सात उम्मीदवार

 बिन्नागुड़ी, : अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद (आविप) ने डुवार्स के लिए सात प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है। आविप की तराईडुवार्स रीजनल कमेटी के अध्यक्ष जॉन बारला ने बताया कि सर्वसम्मति से इन प्रत्याशियों का चयन किया गया है। सभी झारखंड मुक्ति मोर्चा के चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने बताया कि फांसीदेवा से निकोडीन मिंज, नागराकाटा से विलियम मिंज, मदारीहाट से जयराम लकड़ा, चोपड़ा से किशोर उरांव तथा मालबाजार से गंगा बेक कालचीनी से संदीप एक्का को टिकट दिया गया है। कुमारग्राम सीट पर भी प्रत्याशी की घोषणा हो गई है, मगर उसके नाम का पता नहीं चल पाया है। ये सभी सीटें सुरक्षित हैं। इन प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया। शुक्रवार से प्रोग्रेसिव टी वर्कर्स यूनियन और आविप प्रचार शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि आदिवासियों को बाहरी बताने वालों को जनता अपने वोट से जवाब देगी।साभारदैनिकजागरण

 

चुनाव नहीं लड़ेंगे तेज कुमार टोप्पो और सुकरा मुंडा

मालबाजार, पूर्व निर्धारित घोषणा के अनुरूप आविप अनुमोदित प्रोग्रेसिव टी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष सुकरा मुंडा और उपाध्यक्ष तेज कुमार टोप्पो विधान सभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। विदित हो कि तेज कुमार टोप्पो अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के महासचिव भी हैं। पहले आविप की ओर से यह घोषित हुआ था कि तेज कुमार टोप्पो मालबाजार विधान सभा केंद्र से और सुकरा मुंडा नागराकाटा केंद्र से चुनाव लड़ेंगे। तेज कुमार टोप्पो और सुकरा मुंडा ने गुरुवार को बताया कि वे दोनों सांगठनिक गतिविधियों के लिए अधिक समय देना चाहते हैं। इसीलिए चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। हालांकि यह भी स्पष्ट किया कि पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार यूनियन की ओर से उक्त दोनों सीटों से प्रत्याशी दिए जाएंगे। ये प्रत्याशी झारखंड मुक्ति मोर्चा के बैनर पर से तीर धनुष के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे।साभारदैनिकजागरण